कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) क्या है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी की ए आई (AI), जिसे हिंदी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता कहते है,
ऐसी तकनीक है जिसके ज़रिए हम कंप्यूटर और मशीनों को इंसानों की तरह सोचने और काम करने की क्षमता देते हैं।
इसका मतलब है कि कंप्यूटर ऐसे कार्य कर सकते हैं, जो आमतौर पर इंसान के सोचने-समझने, निर्णय लेने या समस्या हल करने से जुड़े होते हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है? समझते है कुछ सरल उदाहरणों से
मान लीजिए, आप किसी दोस्त को यह बताना चाहते हैं कि आपको आज क्या करना है।
आप अपने विचारों को शब्दों में बदलते हैं और उन्हें अपने दोस्त तक पहुंचाते हैं।
ठीक उसी तरह, एआई भी डेटा (जानकारी) को लेकर उसका विश्लेषण करता है और फिर उस आधार पर फैसले लेता है या कोई काम करता है।
या आप एक रोबोट को यह बताते हैं कि एक गेंद कैसी दिखती है। तो वह यह जानकारी स्टोर कर लेता है की वह गेंद कैसी देखती है।
अब, अगर आप उस रोबोट के सामने उस गेंद को कई अलग-अलग चीजों के साथ रख दें, तो वह रोबोट अपनी सीखी हुई जानकारी के आधार पर गेंद को पहचान लेगा। यही है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस।
उदाहरण के लिए:
जब आप अपने फोन पर गूगल असिस्टेंट या सिरी से बात करते हैं, तो वे आपकी बात को समझकर जवाब देते हैं।
ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स आपको आपके पसंद के प्रोडक्ट्स सुझाती हैं, जो AI का ही एक उदाहरण है।
चैटबॉट्स जो आपके सवालों का जवाब देते हैं,
या सेल्फ-ड्राइविंग कारें जो खुद से रास्ता तय करती हैं, ये सब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हिस्सा हैं।
यानी की एक ऐसा कंप्यूटर सॉफ्टवेयर जो आपकी बातें समझ सके, आपके सवालों के जवाब दे सके, या फिर आपकी पसंद के गाने बजा सके। यही है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस।
AI का मुख्य उद्देश्य क्या है?
AI का मुख्य उद्देश्य मशीनों को इतना स्मार्ट बनाना है कि वे इंसान की तरह काम कर सकें, जैसे:
किसी तस्वीर को देखकर पहचानना कि उसमें क्या है।
बड़ी मात्रा में जानकारी को समझना और उस पर निर्णय लेना।
किसी भाषा का अनुवाद करना या सवालों के जवाब देना।
सरल भाषा में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसी तकनीक है जो मशीनों को “सोचने” की क्षमता देती है ताकि वे इंसान की मदद कर सकें।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कैसे काम करता है?
अब जानते है , एआई कैसे काम करता है?
एआई मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग जैसी तकनीकों का उपयोग करता है। इन तकनीकों के माध्यम से, एआई बड़ी मात्रा में डेटा का विश्लेषण करता है और उससे सीखता है। जैसे-जैसे एआई अधिक से अधिक डेटा का विश्लेषण करता है, वह और अधिक स्मार्ट होता जाता है।
एआई के लिए जो तीन मुख्य बातें है, वो है – डेटा, अल्गोरिथम और मॉडल
डेटा
AI मशीनें बहुत सारे डेटा का उपयोग करके सीखती हैं।
जैसे कि, अगर आपको कोई नया शब्द सीखना है, तो आप उस शब्द को कई बार सुनते या पढ़ते हैं।
AI भी उसी तरह काम करता है।
अल्गोरिथम या सॉफ्टवेयर
ये विशेष नियम होते हैं जो मशीनों को बताते हैं कि डेटा का उपयोग कैसे करना है।
ये नियम मशीनों को सोचने और निर्णय लेने में मदद करते हैं।
मॉडल
ये अल्गोरिथम और डेटा का एक संयोजन होता है जो एक विशेष कार्य को करने के लिए बनाया जाता है।
जैसे कि, एक मॉडल चित्रों को पहचानने के लिए बनाया जा सकता है,
जबकि दूसरा मॉडल भाषा का अनुवाद करने के लिए बनाया जा सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कहाँ होता है?
आजकल AI का इस्तेमाल हमारी ज़िंदगी के लगभग हर क्षेत्र में हो रहा है:
स्मार्टफोन: आपका फोन आपके इस्तेमाल के आधार पर सीखता है और आपको सुझाव देता है।
चैटबॉट: आपने कभी ऑनलाइन चैट किए होंगे? कई बार आप एक कंप्यूटर से बात कर रहे होते हैं, लेकिन आपको ऐसा लगता है कि आप किसी इंसान से बात कर रहे हैं। यह चैटबॉट एआई का ही एक उदाहरण है।
ऑटोमोबाइल: सेल्फ-ड्राइविंग कारें यानी की ऐसी कारें जो खुद चल सकती हैं, वे भी एआई का उपयोग करती हैं। सेल्फ-ड्राइविंग कारें AI का एक बेहतरीन उदाहरण हैं। वे सड़क पर होने वाले ट्रैफिक, पैदल चलने वालों आदि को समझकर गाड़ी चलाती हैं।
अनुवाद: जब आप एक भाषा से दूसरी भाषा में कोई शब्द या वाक्य अनुवाद करते हैं, तो कई बार एआई का उपयोग किया जाता है।
स्वास्थ्य: AI का उपयोग बीमारियों का पता लगाने और दवाओं को विकसित करने में किया जा रहा है।
बैंकिंग: फ्रॉड डिटेक्शन और कस्टमर सर्विस में AI का इस्तेमाल होता है।
शिक्षा: ऑनलाइन शिक्षा में AI छात्रों को व्यक्तिगत रूप से शिक्षा देने में मदद करता है।