आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के विकास में कई वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और विचारकों का योगदान रहा है।
एआई को किसी एक व्यक्ति या समूह द्वारा “खोजा” नहीं गया, बल्कि यह कई दशकों में हुए शोध और प्रगति का परिणाम है। इसलिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का कोई एकल संस्थापक नहीं है।
क्यों एक व्यक्ति को श्रेय देना मुश्किल है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसा क्षेत्र है जिसका विकास कई दशकों से विभिन्न वैज्ञानिकों, गणितज्ञों और इंजीनियरों के योगदान से हुआ है।
अनेक योगदान: AI एक बहु-अनुशासनात्मक क्षेत्र है जिसमें कंप्यूटर विज्ञान, गणित, तर्कशास्त्र, मनोविज्ञान और अन्य क्षेत्रों के सिद्धांतों का समावेश होता है।
धीरे-धीरे विकास: AI का विकास एक दिन में नहीं हुआ। यह एक धीमी और क्रमिक प्रक्रिया रही है जिसमें कई लोगों ने अपने विचारों और खोजों को जोड़ा है।
विभिन्न पहलू: AI के विभिन्न पहलुओं (जैसे मशीन लर्निंग, न्यूरल नेटवर्क, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण) का विकास अलग-अलग समय पर और अलग-अलग लोगों द्वारा किया गया है।
हालांकि, एआई के क्षेत्र में कुछ प्रमुख संस्थापक और पायनियर इस प्रकार हैं:
कुछ महत्वपूर्ण योगदानकर्ता
एलेन ट्यूरिंग (Alan Turing)
एलेन ट्यूरिंग को आधुनिक कंप्यूटर विज्ञान का जनक माना जाता है और उन्होंने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बारे में सबसे पहले विचारों को प्रस्तुत किया था।
इसलिए उन्हें अक्सर “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पिता” कहा जाता है।
उन्होंने 1936 में अपने मशहूर ट्यूरिंग मशीन के विचार के साथ शुरुआत की, जो गणितीय गणना और मशीनों के बीच संबंधों को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण मॉडल था।
ट्यूरिंग टेस्ट, जो यह निर्धारित करने के लिए एक मापदंड है कि क्या मशीन मानव जैसी बुद्धिमत्ता प्रदर्शित कर सकती है।
जॉन मैकार्थी (John McCarthy)
जॉन मैकार्थी ने 1956 में “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस” शब्द का प्रयोग किया, इसे परिभाषित किया और AI के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
वह इस क्षेत्र में सबसे प्रमुख वैज्ञानिकों में से एक थे और उन्होंने कई सिद्धांतों का विकास किया।
मैकार्थी ने LISP प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का विकास किया, जो एआई रिसर्च में प्रमुख प्रोग्रामिंग भाषा बनी।
मार्विन मिंस्की (Marvin Minsky)
मिंस्की एआई के क्षेत्र में एक और प्रमुख व्यक्ति थे। उन्होंने AI के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं, जिसमें सिंबॉलिक AI और न्यूरल नेटवर्क शामिल हैं।
उन्होंने कंप्यूटर विज्ञान और न्यूरोसाइंस में एआई के लिए महत्वपूर्ण आधार प्रदान किया।
मिंस्की ने एआई के विकास में मशीन लर्निंग और ज्ञान प्रतिनिधित्व के लिए महत्वपूर्ण शोध किए।
वे MIT में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब के सह-संस्थापक भी थे।
क्लॉड शैनन (Claude Shannon)
क्लॉड शैनन को “सूचना सिद्धांत का जनक” कहा जाता है।
उन्होंने गणित और इलेक्ट्रॉनिक्स को जोड़ते हुए यह सिद्धांत विकसित किया कि कैसे मशीनें संचार और जानकारी को प्रोसेस कर सकती हैं।
उनके काम ने एआई के विकास में एक मजबूत आधार प्रदान किया, खासकर सिग्नल प्रोसेसिंग और कंप्यूटर नेटवर्किंग के संदर्भ में।
हर्बर्ट साइमन (Herbert Simon) और एलेन न्यूवेल (Allen Newell)
साइमन और न्यूवेल ने मिलकर एआई के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए।
उन्होंने “लॉजिक थ्योरिस्ट” नामक पहला एआई प्रोग्राम विकसित किया, जिसे अक्सर “पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम” कहा जाता है।
समस्या समाधान और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं के अध्ययन में भी इनका महत्वपूर्ण योगदान है।
जीफ्री हिंटन (Geoffrey Hinton)
हिंटन को “डीप लर्निंग का जनक” कहा जाता है।
उन्होंने न्यूरल नेटवर्क्स और डीप लर्निंग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो आधुनिक एआई की नींव है।
हिंटन के काम ने एआई में न्यूरल नेटवर्क्स के इस्तेमाल को लोकप्रिय बनाया, जो आज की सबसे प्रमुख तकनीक है, खासकर इमेज और स्पीच रिकग्निशन में।
एलोन मस्क, सैम ऑल्टमैन और अन्य (OpenAI)
आधुनिक एआई शोध और विकास में OpenAI जैसी संस्थाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसमें एलोन मस्क, सैम ऑल्टमैन, और अन्य लोग शामिल हैं।
OpenAI ने GPT मॉडल (जैसे कि GPT-3 और GPT-4) जैसे एआई सिस्टम्स का विकास किया।
एआई को बड़े पैमाने पर समाज के लिए सुरक्षित और लाभकारी बनाने के उद्देश्य से शोध और विकास।
Conclusion
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की खोज किसी एक व्यक्ति द्वारा नहीं की गई, बल्कि यह विज्ञान, गणित, कंप्यूटर विज्ञान, और तंत्रिका विज्ञान के विभिन्न शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के योगदान का परिणाम है।
AI एक ऐसा क्षेत्र है जिसका विकास लगातार जारी है और इसमें कई लोगों का योगदान है।
इसलिए, किसी एक व्यक्ति को AI का संस्थापक कहना उचित नहीं होगा। इसके बजाय, हमें AI के विकास में सभी योगदानकर्ताओं को श्रेय देना चाहिए। जैसे की एलेन ट्यूरिंग, जॉन मैकार्थी, मार्विन मिंस्की, और कई अन्य लोग, जिन्होंने एआई के विकास में अग्रणी भूमिका निभाई।